Fri , 13 Dec 2024
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literature News - Aviral Times

इस संसार में प्राणी सदैव भय से जीता है, कोई भी व्यक्ति कभी भी निर्भय नहीं हो सकता। यह तो संभव है कि डर की अनुभूति की तीव्रता कम हो जाए, लेकिन यह किसी को कहीं भी निर्भय नहीं बनाता। हम खुद को निर्भय नहीं बनाते पाते, इसलिए दूसरों को भयभीत बना...

भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में मदनलाल ढींगरा उन चुनिंदा क्रांतिकारियों में से एक थे जिन्होंने युवा अवस्था में देश के लिए अपने प्राणों की चिंता ना कर एक दमनकारी अंग्रेज अफसर की हत्या कर आत्मसमर्पण कर दिया था. मदनलाल ढींगरा अपने हालात के बिलक...

ईश्वर की इस सृष्टि में प्रेम ही एक शक्ति है जिससे समस्त संसार संचालित है। मानव जीवन में प्रेम हमारी ऊर्जा है जो हमें सांसारिक  कामनाओं से लेकर भक्ति के परम शिखर तक पहुंचने की क्षमता देती है . प्रेम का एक स...

योग, दर्शन  व अध्यात्म के मर्मज्ञ महान संत महंत अवैद्यनाथजी का जन्म पौढ़ी गढ़वाल के ग्राम कांडी में हुआ था। महंत अवैद्यनाथ की माता जी का स्वर्गवास जब वह बहुत छोटे थे तभी हो गया था और उनका लालन पालन दादी ने किया था उच्च्तर माध्यकि स्तर शिक्षा पूर्...

हिंदी की महान लेखिका महादेवी वर्मा हिंदी साहित्य में छायावदी युग की चार प्रमुख स्तंभों में से एक है। महादेवी वर्मा ने केवल काव्य रचना ही नहीं की अपितु काव्य समालोचना, संस्मरण, संपादन तथा निबंध लेखन के क्षेत्र में प्रचुर कार्य किया है इसके साथ ही वे ...

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भारतीय शिक्षा जगत को नई दिशा देने वाले डा. राधाकृष्णन का जन्म तत्कालीन दक्षिण मद्रास में लगभग 60 किमी की दूरी पर स्थित तिरुत्तनी नामक छोटे से कस्बे में 5 सितम्बर सन 1888 ई. को सर्वपल्ली वीरास्वामी के घर पर ...

लखनऊ ; गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत   ‘‘ऐक्सीलिया स्कूल, ओमेक्स सिटी रायबरेली रोड़ लखनऊ’’ के पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य...

हिंदी साहित्य के महान कवि संत तुलसीदास का जन्म संवत् 1554 की श्रावण शुक्ल सप्तमी के दिन अभुक्तमूल नक्षत्र में हुआ था। इनके पिता का नाम आत्मा रामदुबे  व माता का नाम हुलसी था। जन्म के समय तुलसीदास रोए नहीं थे अपितु उनके मुंह से राम शब्द निकला था,...

क्रांतिकारी खुदीराम बोस भारत के ऐसे महान सपूत थे जिन्होनें सबसे कम आयु में भारत को आजादी दिलाने व अंग्रेजों के मन में भय उत्पन्न करने के लिये फांसी का फंदा चूम लिया। खुदीराम बोस का जन्म 3 दिसम्बर 1889 को बंगाल के मिदनापुर जिले के एक गांव में बाबू त्...

लखनऊ ; दुनिया में अपनी तरह का एकमात्र और अनोखा नाटक 'जाणता राजा' दशहरा के बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंच रहा है। करीब 300 कलाकारों और 100 तकनीशियनों की मदद से होने वाला ये नाटक दुनिया के किसी भी ब्रॉडवे शो पर भारी है। नाटक के अब तक देश दुनिय...

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इतिहास में शायद ही कभी किसी नेता की पहेली उनके निधन के 77 साल से ज्यादा समय तक जीवित रही हो. सुभाष चंद्र बोस की भले ही अगस्त 1945 में एक हवाई दुर्घटना में 'मृत्यु' हो गई थी, लेकिन जो लोग उन पर विश्वास करते थे, उनके लिए वह 'गुमनामी बाबा' के रूप में ज...

उत्तर प्रदेश हिंदू धर्म के साथ बौद्ध धर्म के लिए बेहद खास है। इसी राज्य में भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया और यहीं पर निर्वाण की भी प्राप्ति हुई। यूपी के इन स्थलों पर हर साल लाखों की संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु घूमने आते हैं।
इन्हीं मे...

लखनऊ में आगामी 30 जुलाई को देश के जानेमाने साहित्यकार  और बुद्धजीवी हिंदी साहित्य के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए विचार विमर्श करेंगे। रेख़्ता फ़ाउंडेशन के उपक्रम 'हिन्दवी' की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर आयोजित 'हिन्दवी उत्सव' में प्रसिद्ध साहित्...

भारत ने कई युद्ध लड़े हैं, इनमें भारतीय सेना के पराक्रम और जांबाजी के किस्से आज भी मशहूर हैं. ऐसा ही एक युद्ध 1999 में लड़ा गया था, जिसे कारगिल युद्ध के नाम से जाना जाता है. जब दुश्मन भारत की सीमा में घुस गया था और कई चोटियों पर उसका कब्जा था, तब भा...

देश में आजादी की लड़ाई का पहली बार शंखनाद करने वाले अमर शहीद मंगल पांडेय  की आज यानी 19 जुलाई को 196वीं जयंती है।  1857 के विद्रोह की अलख जगाने वाले सैनिक मंगल पांडे ने ब्रिटिश सैनिकों पर हमला कर विद्रोह की शुरुआत की थी और उन्होंने कई लोगो...

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